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खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे भाग 06

by rajNsunitaluv2explore©

इस कहानी के सारे पात्र १८ वर्ष से ज्यादा आयु के हैं. यह कहानी काल्पनिक है. आशा है की आप को यह नयी प्रस्तुति पसंद आएगी.

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अब तक आपने पढ़ा:

कहानी के दो पात्र हैं, पराग और अनुपमा. दोनों मुंबई के कॉलेज में मिले, पहले उनके दिल मिले फिर जिस्म मिले. कॉलेज के चार साल तक दोनोंका सेक्स जबरदस्त चलता रहा. उनकी शादी हो गयी और दोनोंने मालदीव में हनीमून मनाया. वहांपर सैकड़ो लोगोंके सामने पराग और अनुपमा ने सम्भोग किया. कुछ दिनों बाद चुदाई में आयी बोरियत को मिटने के लिए पराग अदलाबदली का खेल चाहता था, मगर अनु किसी दुसरे आदमी से चुदवाने के लिए राजी नहीं हुई.

अनु के सहायता से ही पराग के ऑफिस की एक लड़की डॉली को दोनोने मिलकर पटाया और उसके साथ थ्रीसम सेक्स का भरपूर आनंद लिया.

गोवा में जब तीनो छुट्टियां मनाने गए, तब एक अमेरिकन कपल माइकल और जूलिया से उनकी मुलाक़ात हुई. डॉली ने माइकल के साथ और पराग ने जूलिया के साथ चुदाई की, मगर अनुपमा माइकल के साथ सेक्स करने के लिए राजी नहीं हुई. कुछ दिनोंके बाद पराग को ब्लैकमेल करने वाला एक लिफाफा मिला.

पता चला की ब्लैकमेलेर पराग के ऑफिस का जनरल मैनेजर निखिल था. उसने फोटो और वीडियो के बदले डॉली के साथ जबरदस्ती सेक्स किया. फिर अनु के साथ भी जंगली जानवरोंकी तरह सम्भोग किया. जब निखिल का पानी निकलने वाला था, उसी समय पराग ने उसके सर लोहे का डंडा मारकर उसे बेहोश कर दिया.

पराग के चचेरे भाई अजय ने उस ब्लैकमेलेर से बचाने में सहायता की. फिर अनुपमा ने अजय को जीवन का सर्वोच्च सुख दिया और दो मर्दोंके साथ थ्रीसम भी किया.

अगले दिन तीनो डॉली से मिलने गए.

अब आगे:

छठा भाग पराग की जुबानी है.

मैं, अनु और अजय, हम तीनो डॉली से मिलने कॉफ़ी शॉप में पहुंचे. वहां पहुँचते ही डॉली ने हमें कहा, "ये है मेरा बॉयफ्रेंड लकी," और एक सुन्दर ३० वर्षीय युवक से हमें मिलाया.

"हेलो, पराग, अनुपमा. डॉली ने आप दोनोंके बारे में मुझे काफी कुछ बताया हैं. और आप कौन?" लकी ने अजय से पूंछा.

"मैं अजय, पराग का चचेरा भाई."

"तुम्हारा बॉयफ्रेंड," मैं तो एकदम हक्का-बक्का रह गया.

"हाँ, पराग, पिछले कुछ दिनोंसे हम एक दुसरे के अच्छे दोस्त बन चुके है और कल ही लकी ने मुझसे प्रेम प्रकट किया है. मैंने भी उसे अपना प्रेमी स्वीकार किया हैं."

अब सच बात तो ये हैं की मैं अजय को डॉली से मिलवाने लाया था ताकि अजय डॉली को चोद सके. मगर यहांपर तो कहानी ने कुछ और ही मोड़ ले लिया था.

फिर थोड़े समय तक यहाँ वहाँ की बाते करने के बाद, मैं, अनु और अजय वहांसे निकल गए.

"क्या पराग भैया, ये तो के एल पी डी (खड़े लौडे पर धोखा) हो गया यार. इतनी मस्त माल लड़की को चोदने के इरादे से मैं आया था मगर उसे तो कोई और ही उड़ा ले गया," निराशाजनक स्वर में अजय ने कहा.

"चलो अजय भैया, मैं आप को एक फाइव स्टार होटल में ले चलती हूँ. वहाँ हम दोनों खूब मजे करेंगे," अनु ने मुस्कुराते हुए अजय से कहा.

मेरी सुन्दर और सेक्सी पत्नी एक महीने पहले किसी और आदमी से संभोग करने के लिए मेरे मनाने के बावजूद मान नहीं रही थी. आज वही पत्नी मेरे चचेरे भाई के साथ फाइव स्टार होटल में अपनी मर्जी से जाकर पूरी रात चुदने वाली थी.

अब वो इतनी निर्भीक (बिनधास्त) हो गयी थी की इस बात के लिए उसने मुझसे अनुमति तक नहीं मांगी. मैं अनु की ओर हैरान होकर देखता रह गया.

मेरे जले पर नमक छिड़कते हुए अजय ने "थैंक यू पराग भैया," कहकर अनु को लेकर चला गया.

मेरा एकदम मूड ऑफ हो गया और मैं नजदीक के एक बार में चला गया. रम के दो-तीन पेग लगाने के बाद शायद मुझे नशा चढ़ गया.

मैं कार मैं बैठकर फिर से डॉली के घर पर गया. उसने दरवाजा खोला और मुझे देखकर वो अचम्भे में पड़ गयी.

"पराग, तुम तो शराब के नशे में धुत्त लग रहे हो, क्या हुआ?"

"साली अनु, उस अजय के साथ चली गयी और मैं इधर खाली बैठा हूँ. मेरे पास अनु भी नहीं और तुम भी नहीं, मेरी डॉली डार्लिंग."

मौके की नजाकत को देखके डॉली ने मेरे ड्राइवर को अपने घर पर भेज दिया और मुझे कार में बिठाकर एक पार्क के पीछे अंधरे में लेकर आयी. फिर हम दोनों पिछली सीट पर चले गये और मैं उसके बदन को सहलाने और फिर लगभग नोचने लग गया. उसे समझ में आया की मैं सेक्स का भूखा हूँ.

डॉली की स्कर्ट उठाकर उसकी पैंटी नीचे खींचकर मैं उसे कठिन पोज में पीछे की सीट पर चोदने लग गया. नशे के कारण मैं अनाप शनाप कुछ न कुछ बकता जा रहा था और डॉली मुझे पूरा सहयोग दे रही थी.

जब मैं अपना पानी छोड़कर निढाल हुआ, तब डॉली ने अनु को फ़ोन मिलाया.

"अनु, तुम और अजय कौनसे होटल में हो? यहाँ पराग की हालत खराब हुई जा रही हैं."

जैसे ही होटल का नाम और पता मिला, डॉली मुझे लेकर वहाँ चली गयी. होटल पहुँचने तक मैं पीछे की सीट पर लेटा हुआ था.

जैसे ही मैं और डॉली होटल के कमरे में पहुंचे, मेरी हालत देखकर अनु को बुरा लगा. वो मुझसे लिपट गयी और मुझे प्यार से चूमने लगी.

डॉली ने अजय को गले लगाकर सारा किस्सा बताया, उसे भी बुरा लगा.

अब डॉली भी बिनधास्त हो कर बोली, "मुझे पता हैं, यह सब तमाशा मेरे कारण हो रहा हैं. मैंने आप लोगोंको लकी से मिलाया, इसलिए आप सब मुझसे नाराज हैं. मगर मैं भी क्या करती, मुझे भी अपनी ज़िन्दगी जीनी है. मुझे भी एक जीवन साथी चाहिए."

"मैंने लकी को पिछले एक साल में मैंने जो भी सेक्स का आनंद लिया हैं, सब कुछ खुले रूप से बता दिया. उसकी भी भूतकाल में तीन गर्लफ्रेंड रह चुकी हैं जिनके साथ वो सब कुछ, यहां तक की ऐनल सेक्स भी कर चुका है. इसलिए उसे मुझे अपनाने में कोई समस्या नहीं हुई."

अजय ने कहा, "सॉरी डॉली, पराग ने तुम्हारी इतनी प्रशंसा करने के बाद मैं तुमसे प्यार करने के लिए बेताब हो गया था. फिर तुम्हारे बॉयफ्रेंड से मिलने के बाद मेरे अरमानोंपर पानी फिर गया ऐसा लगा. इसलिए अनु मुझे यहाँ लेकर आयी. अब मुझे क्या पता था की पराग भैया इस बात से इतना नाराज़ हो जाएंगे?"

पिछले कई महीनोंसे मैंने और अनु ने डॉली को इतना अपनापन, प्यार और संभोग सुख दिया था, की वो मुझे और उदास न देख सकी. डॉली बारी बारी मेरे और अजय के गले लगकर हमारे होठोंको चूमने और चूसने लगी.

मैं अनु के पास जाकर उसके स्तनोंको मसलते हुए उसके कपडे उतारने लगा.

"ओहो, डॉली आखिर मेरी किस्मत चमक ही गयी. साली कितनी माल हो तुम, क्या मस्त चूचियाँ हैं तेरी, आहे," अजय डॉली के स्तनोंको दबाते हुए और डॉली के वस्त्र हटाते हुए बोला।

अब बिस्तर पर अजय और डॉली एक तरफ और मैं और मेरी अनु डार्लिंग दूसरी तरफ सेक्स की आग में जलने लगे. जैसे ही अजय ने अपना कड़क हथियार डॉली की गीली योनि में घुसेड़ दिया, मैंने अनु की ओर देखा. मेरा इशारा पाकर, अनु डॉली के नजदीक पहुंची और उसके एक स्तन को पूरा का पूरा मुँह में लेकर चूसने लगी.

"वा, क्या नज़ारा हैं मेरी जान," कहते हुए मैंने डॉली के दुसरे स्तन को चूसना आरंभ किया. वो सब देख कर अजय और भी उत्तेजित होकर डॉली की चूत में लगातार जोर जोर से ठोकरे मारने लगा. इतने सारे सुख से डॉली मानो पागल हो रही थी. दो आदमी और एक सेक्सी लड़की का एक साथ प्यार एक साथ आज तक उसने पाया नहीं था.

अब डॉली को भी शरारत सूझी और अपना हाथ बढ़ाकर अपना मोबाइल फ़ोन अपने मुँह के पास लाया.

"लकी डार्लिंग, तुमको एक बड़ा सरप्राइज देना हैं, तुम अभी के अभी यहाँ पहुँच जाओ. कमरे का दरवाजा खुला ही रखूंगी, तुम अंदर आ जाना," कहकर उसने होटल का नाम और पता उसे बता दिया.

कमरे का दरवाजा खुला ही रक्खा और हम तीनो फिर से सुख लेने में लग गए. अजय ने डॉली की दोनों टाँगे अपने कन्धोंपर रख दी थी. अब उसका सख्त लौड़ा गहराई तक जाके डॉली की योनि में ठोकरे मारने लगा, जिससे डॉली पागल होने लगी.

अब मैं डॉली के एक एक स्तन को चूसता रहा मेरी प्यारी अनु अब डॉली के मुँह पर बैठ गयी. सेक्स में मारे बेहाल डॉली अनु की चूत में जीभ डालकर चाटने लगी और बहता हुआ रस पीने लगी. अनु कामसुख के चरम सीमा पर पहुंची और खुद के स्तनोंको मसलने लगी. डॉली ने एक हाथ बढ़ाया और मेरे कड़क लौड़े को सहलाने लगी.

इतने में कमरे का दरवाज़ा खुला और लकी अंदर दाखिल हुआ. बिस्तर पर चार लोग जिस तरह से लगे हुए थे, वो समझ गया की डॉली ने कौनसे सरप्राइज के लिए उसे बुलाया हैं. अपनी तीन गर्लफ्रेंड के साथ रंग रलिया मनाया हुआ वो भी संभोग के मामले में मंझा हुआ खिलाडी था. डॉली के मुँह पर बैठी नंगी अनु को देख कर उसका लिंग तुरंत खड़ा होकर सलामी देने लगा. अपने सारे कपडे उतारकर वो अनु के पास खड़ा हुआ.

"आहा, डॉली मेरी जान, कितना मस्त है री तेरा बॉयफ्रेंड," कहते हुए अनु ने लकी का लंड को चूमना और उसकी गोटियोंको चाटना आरम्भ किया.

अब लकी ने अनु को डॉली के मुँह पर से उठाकर अपनी नयी नवेली गर्लफ्रेंड डॉली के बाजू में लिटाया. अनु के पूरे नंगे बदन पर लकी चढ़ गया और उसके रसीले होटोंको चूसते हुए अनु के कठोर वक्षोंको सहलाने लगा.

अनु को भी एक और नए मर्द के स्पर्श से बड़ा मजा आया. दोनों एक दुसरे की जीभ चूसने लगे. उन्मादित होकर अनु पलट कर लकी के ऊपर आ गयी. लकी की बालोंसे भरी छाती को चूमते हुए अब अनु उसके निप्पल्स को चूसने और चबाने लगी. लकी के दोनों हाथ अनु की कमर और गांड को टटलोने लगे. लकी का लिंग पूरा नब्बे डिग्री में खड़ा हो गया था. निप्पल्स से नीचे आते अनु ने लकी के मोटे तगड़े लिंग के ऊपर की त्वचा हटाई और उसके टोपे को चाटने लगी.

"ओह माय गॉड, कितनी हॉट और सेक्सी हो तुम अनु. जितनी डॉली अच्छे से लंड चूसती हैं, तुम भी वैसे ही लौड़े चूसने में माहिर हो. आहां, ऐसे ही ऊपर से चाटो फिर पूरा मुँह में लेकर चूसती जाओ."

जैसे ही अनु उसके लौड़े को मुँह में लेकर पूरा चूसने लगी, लकी के पूरे बदन में सिहरन सी दौड़ गयी. उसने अनु की जांघोंको नीचे की तरफ खींचा। अब अनु की गीली योनि लकी के मुँह पर आयी, जिसे वो पूरी ताकत लगाकर चाटने लग गया. अनु और लकी दोनों सिक्सटी नाइन के पोज में ओरल सेक्स का भरपूर आनंद लेने लगे.

इधर मौका पाकर मैंने अपना लम्बा चौड़ा कड़क लंड डॉली के मुँह में दिया. डॉली को मेरा लौड़ा चूसना बड़ा अच्छा लगता था, इसिलए उसका पसंदीदा लंड मिलते ही वो जोर जोर से चूसने लगी. मैं भी कमर के झटके मार मार कर उसके मुँह को चोदने लगा. अजय अभी भी डॉली को मिशनरी पोज में चोदे जा रहा था. अब मैं अनु के बाजू में लेट गया, डॉगी पोज में आकर डॉली मेरे लिंगको और अंडकोष को चूसती गयी. पीछे से अजय उसकी गीली योनि में अपना कड़क लंड पेलते गया और डॉली के लटकते हुए स्तनोंको मसलने लगा.

अब लकी और अनु सिक्सटी नाइन के पोज से निकलकर अनु डॉगी पोज में आ गयी थी. लकी उसकी योनि में अपना लिंग घुसाकर उसके साथ जबरदस्त संभोग करने लग गया. अनु भी अपने नितम्बोँसे उसे पूरा सहयोग दे रही थी. लकी बेताब होकर अनु के बड़े बड़े गठीले वक्ष मसलता गया और अनु को चोदता गया.

पूरे कमरे में सेक्स की आवाज़े गूँज रही थी.

अब अजय से अपना वीर्य और रोका न गया. उसने डॉली की योनि में एक आखरी झटका मारकर अपनी वीर्य की पिचकारी छोड़ दी. अभी भी उसका लिंग सख्त था और झटकों के साथ पिचकारियां मारता रहा. अजय का पूरा लंड झड़ने के बाद एकदम नरम हुआ और अजय ने डॉली की चूत में से उसे बाहर निकाला. कुछ दो-चार मिनट के बाद मैं भी अपने लौड़े से डॉली के मुँह में वीर्य की धार मारने लगा. तीन चार बार झड़ कर मैंने भी अपना लौड़ा डॉली के मुँह से बाहर निकाला. टोपे पर लगी आखरी बूंदे भी डॉली चाट गयी.

अनु जैसी सुपर हॉट और सेक्सी लड़की के साथ पहली बार संभोग करने वाला लकी ने आज अपने आप को सचमुच लकी समझ लिया. लकी ने न की सिर्फ तीन गर्लफ्रेंड मगर अन्य कई लड़कियोंके साथ संभोग का आनंद लिया था, मगर अनु के साथ उसे कुछ अत्याधिक सुख मिल रहा था.

शायद उसे अब अपने वीर्यपतन को रोकना असंभव होने लगा, इसलिए लकी ने हाँफते हुए अनु से पूंछा, "पानी चूत में छोड़ू या मुँह में लोगी?"

अनु कुछ बोले बिना ही उसके सामने अपना मुँह खोलकर बैठ गयी. अनु ने लकी के सख्त लौड़े को बस दो या तीन बार सहलाया और वो उसके मुँह में झड़ने लगा. उसका वीर्य अनु के चेहरे पर और मुँह में गिरने लगा. अनु ने खींचकर लकी के लौड़े को फिर मुँह में भर लिया और आगे आने वाली दो तीन पिचकारियां अंदर ही निगल ली.

पूरी रात में हम पाँचोँने सामूहिक संभोग का भरपूर आनंद लिया. सुबह सात बजे के करीब अजय को अपने ऑफिस के काम से कहीं जाना था, इसलिए उसे जाना पड़ा. बाकी हम चारोने थोड़ी देर विश्रांति लेकर फिर से स्वैपिंग सेक्स का मजा लूटा.

दो हफ्तोँके बाद लकी और डॉली की शादी हुई. उनके हनीमून पर मैं और अनु भी साथ गए. वहां पर क्या क्या हुआ उसके बारे में अगले भाग में.

Written by: rajNsunitaluv2explore

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