Category: Incest/Taboo Stories

Manorama... Six Feet Under Pt. 02

by MastramLegends©

Note: All the characters in this story are 18 years are above.

इस कहानी के सारे पात्र 18 वर्ष या 18 वर्ष से ऊपर हैं

सुबह हुई और रोज की तरह मनोरमा सुबह के पहले उठी. मनोरमा अपने पति रवि के लिए नाश्ता बनाती थी. रवि अपनी नाईट ड्यूटी करके आता था और नाश्ता खा के सो जाता था. मनोरमा उसके बाद अपने ससुर और देवरों के लिए नाश्ता बनाती थी. सामान्य तौर पर, उसके ससुर और देवर सात बजे तक नाश्ता कर के खेतों के तरफ प्रस्थान कर जाते थे. पर आज उसके ससुर ने अनिल और राजेश को खेतों पर भेज दिया पर खुद नहीं गया.

मनोरमा रासोई में बर्तन धो रही थी. तभी उसने अपनी गांड की दरार पर एक कहदा लंड महसूस किया. मुद कर देखा तो पाया की ससुर जी खड़े हैं मुस्करा रहे हैं. मनोरमा ने अपने गोल और गुन्दाज़ चूतडों को और पीछे फेंका जैसे अपने चूतडों के द्वारा ससुर के लंड की मालिश कर रही हो. शमशेर खुद को बड़ा किस्मतवाल मन रहे थे की उन्हें ऐसी चुदाक्कड टाइप बहु मिली.,वो अपने हाथों से बहु की गुन्दाज़ चुंचियां दबाने और सहलाने लगे.

"ओह ओह पापा जी ......" मनोरमा ने भारी आवाज में बोला

"मेरा लंड बहुत जोर से खड़ा है बहु. क्या तुम्हारी चूत के पास थोडा टाइम है?"

शमशेर पैशनेट आवाज में बोला और मनोरमा की टांगों के बीच हाथ डाल कर उसकी चूत को सहलाने लगा.

"ओह पापा जी...प्लीज ... आपको चोदने का बड़ा दिल कर रहा है......पर रवि घर में है...वो बेडरूम में सो रहा है ...पर कभी भी जग सकता है.....हम यहाँ नहीं चोद सकते..." मनोरमा बोली.

"तुम ठीक कहती हो बहु...यहाँ ठीक नहीं है... मैं तबेले में तुम्हारा इंतज़ार करता हूँ ...चलो तबेले में आओ ...जल्दी से...".

शमशेर अपनी बहु की चून्चियों को दबाते ही आँख मारते हुए बोला.

मनोरमा बेडरूम गयी और देखा की उसका पति रवि अच्छी तरह से सो रहा है. मनोरमा किचन से निकल कर तबेले में गयी. उसके शरीर में एक अजीब तरह की इच्छा थी जिसकी वज़ह से उसकी चूत गीली थी.
मनोरमा ने तबेले में प्रवेश किया और देखा की उसके ससुर शमशेर वहां पूर्ण नग्न हो कर अपने लंड को धीमें धीमें सोंट रहे थे.

मनोरमा ने अपने सारे कपडे उतारे और अपने ससुर के पास गयी. शमशेर अपने घुटनों के बल बैठ गया और मनोरमा उसके लौंड़े के ऊपर चढ़ गयी. मनोरमा ने अपनी चुन्चिया ससुर के मुंह में दे दीं. शमशेर ने बहु की चुन्चिया चूसी और लंड को बहु की चूत की गहराइयों में डुबाया.

"ओह....ओह... मर गयी रे .....पापा जी तुम्हारा औज़ार तुम्हारे बेटे से बड़ा है .....चोदो मुझे.......मेरी फाड दो पापा जी......."

शमशेर ने अपना लंड लपालप अपनी बहु की चूत के हवाले किया और बहु को तो तब तक चोदा जब तक मज़ा न आ जाए.

मनोरमा चुदाई करवाते हुए बोली, "पापा प्लीज मेरी चूत में अपना पानी डाल के झडो ......प्लीज...."

शमशेर ने मनोरमा की चूत में अपना लंड अन्दर बाहर करते हुए निकला और मनोरमा के मुंह में डाल के बोला, " ये ले बहु चूस ले इसे....पी ले इस का रस ....
"
मनोरमा ने अपने ससुर का लंड जम के चूसा पर ससुर को मनोरमा की चूत में लंड डाल के ही झाड़ना पड़ा.

"ये ले चख ले मेरा वीर्य", शमशीर ने झड के मनोरमा को बोला.

"ओह मेरे मुंह में अपना सारा माल जमा कर दो पापा जी जानेमन", मनोरमा आँख मारते हुए बोली.

दोनों चुदाई से थक चुके थे, इसके पहले की मनोरम का पति रवि उठे उसने अपने साडी ठीक की और घर में चली गयी. शमशेर ने अपना गीला लंड अपने जांघिये में डाला और खेतों पर राउंड मारने निकल गया.

मनोरमा को पता था की उसके अच्छे दिन आने आ चुके हैं. और बहुत ही खुश थी.

Written by: MastramLegends

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